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मुंबई, ता - 01 जुलाई, 2022 बीएसई ने देश के कमोडिटी बाजार को और अधिक कुशल बनाने के लिए महाराष्ट्र के आकोला स्थित विदर्भ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के साथ समझौता करार किया है। विदर्भ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 1,700 से अधिक सदस्य हैं। यह एमओयू के तहत बीएसई और भौतिक बाजार के बीच नोलेज शेरिंग, शिक्षा और प्रशिक्षण के साथ-साथ सामान्य हितों के सभी क्षेत्रों में सहयोग करेंगे। बीएसई के मुख्य व्यवसाय अधिकारी समीर पाटिल ने कहा कि सरकार औपचारिक वित्तीय साधनों को बढ़ावा देने के लिए अर्थव्यवस्था का संपूर्ण इकोसिस्टम बनाने को प्रयास कर रही है। वित्तीय साक्षरता को देश के भीतरी इलाकों में ले जाने से उद्योग के प्रतिभागियों को औपचारिक अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद मिलेगी। यह एमओयु ने एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म पर भौतिक बाजार के सहभागियों को लाने के हमारे अभियान को जारी रखने के हमारे प्रयासों की पुष्टि करता है। विदर्भ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष निकेश गुप्ता ने कहा है कि बीएसई के साथ जुड़ने के लिए हम बीएसई के आभारी हैं। हमारी वार्षिक आम बैठक में बीएसई द्वारा आयोजित सत्र बहुत जानकारीपूर्ण और सफल रहा था। हम इस समझौता ज्ञापन के साथ भविष्य में और अधिक उद्यम करेंगे। चैंबर के पूर्व अध्यक्ष नितिन खंडेलवाल ने कहा है कि हम जागरूकता के लिए बीएसई के साथ नियमित सत्र आयोजित करेंगे। एमओयु हमें एक साथ काम करने का अवसर प्रदान करेगा और हम निकट के भविष्य में विदर्भ क्षेत्र में उद्योगों के विकास के लिए मिलकर काम करेंगे। बीएसई ने निर्माताओं, किसानों, व्यापारियों और ज्वैलर्स के लिए मूल्य जोखिम प्रबंधन पर सेमिनार और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने और उन्हें व्यापार के अधिक संगठित रूप में बदलने में मदद करना चाहते है। बीएसई डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स (फ्युचर्स तथा ऑप्शन) और ऑप्शन इन गुड्स जैसे हेजिंग उपकरणों के माध्यम से जोखिम प्रबंधन पर जानकारी प्रदान करेगें। बीएसई देश का पहला यूनिवर्सल एक्सचेंज है, जो इक्विटी, डेट, करेंसी इंटरेस्ट रेट्स और कमोडिटीज सहित एसेट क्लास ट्रेडिंग की सुविधा देता है।
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